Wallet साफ़ करते हुए
कान का एक बूंदा मिला
कभी जल्द बाज़ी में डाल दिया होगा
उस pocket में जो कभी खुलता नहीं
तुम ने पहना था वो बूंदा
कान में चुभा था
घर जाते हुए, उतार के दे दिया था मुझे
उसी बंद pocket में
हमारे रिश्ते के दो पल ...बंद पड़े थे जाने कब से
आज यूँ ही सफाई करते हुए...
वही दो पल मिले.....
- पीयू
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